West Bengal Health Department Report: विशेषज्ञों का कहना है कि किशोर मांओं को गर्भावस्था के समय स्वास्थ्य का जोखिम ज्यादा होता है और प्रसव के दौरान उन्हें जीवन-मृत्यु जैसे खतरे का सामना करना पड़ता है. ऐसी मांओं के बच्चों को जन्म के समय कम वजन, समय से पहले जन्म और नवजात को अन्य जटिलताओं का खतरा रहता है.
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