देवबंद (Deoband) के मौलाना मुफ़्ती असद कासमी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और इस गलती के लिए अल्लाह से माफी मांगने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि अपने दुनियाबी आकाओं को खुश करने के लिए इस तरह के नारे नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि इस तरह के नारे लगाने से इंसान इस्लाम से जाया हो जाता है. वहीं अहसान राव का कहना है कि उलेमाओं के कुछ कहने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. भगवान राम हमारे पूर्वज हैं और हम सभी श्रीराम के वंशज हैं.
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